prerna ki kalpanaye
Tuesday, July 30, 2013
prerna ki kalpanayen: शादी की 25वी सालगिरह एक खूबसूरत सफर
prerna ki kalpanayen: शादी की 25वी सालगिरह एक खूबसूरत सफर: शादी की 25वी सालगिरह एक खूबसूरत सफर 25 साल जिंदगी के एक हसीं पल के रूप में गुजर गए जिसके सतरंगी रंग सदा के लिए आँखों में...
prerna ki kalpanayen: अगले जनम किसी को बिटिया ना कीजो
prerna ki kalpanayen: अगले जनम किसी को बिटिया ना कीजो: अगले जनम किसी को बिटिया ना कीजो जब छोटी सी कली आंगन में मुस्कुराती है सारे घर में बहार सी छा जाती है मम्मी पापा की बहुत दुला...
Wednesday, September 15, 2010
SAPNO KI DUNIYA
सपनों की दुनिया
आओ हम कहीं ऐसी जगह चलें
जहाँ दूर तक खुली फिजा हों
हरी भरी वादियाँ हों
नदियाँ और झरनें हों
चहचहाते पंछी और फूल हों
दूर तक फैली हरियाली हों
जहाँ दूर तक खुली फिजा हों
हरी भरी वादियाँ हों
नदियाँ और झरनें हों
चहचहाते पंछी और फूल हों
दूर तक फैली हरियाली हों
आओ हम कहीं ऐसी जगह चलें
जहाँ किसी के चीखने की आवाज़ ना हों
किसी भूखे बच्चे का रोना ना हों
किसी औरत की मजबूरी ना हों
किसी पर अत्याचार ना हों
जहाँ किसी के चीखने की आवाज़ ना हों
किसी भूखे बच्चे का रोना ना हों
किसी औरत की मजबूरी ना हों
किसी पर अत्याचार ना हों
कहीं भ्रष्टाचार ना हों
आओ हम कहीं ऐसी जगह चलें
जहाँ हर तरफ शान्ति सुकून हों
आपस मैं अपनापन हों
पुलकित प्रफुलित मुखड़े हों
और जहाँ हों सिर्फ
प्यार प्यार प्यार
जहाँ हर तरफ शान्ति सुकून हों
आपस मैं अपनापन हों
पुलकित प्रफुलित मुखड़े हों
और जहाँ हों सिर्फ
प्यार प्यार प्यार
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